बालाघाट मैदान और मैदान के बाहर बालिकाओं का हथियार है कराते - एसआई वसुंधरा शुक्ला
खेल विभाग द्वारा 1 मई से प्रारम्भ हुए निशुल्क ग्रीष्मकालीन कराटे आत्मरक्षा शिविर क्रियान्वित किया गया है। इस आत्मरक्षा खेल प्रशिक्षण शिविर की खास बात यह है कि इसमें बालिकाओं की संख्या बालको की तुलना में अधिक है। खेल अधिकारी के मार्गदर्शन में चल रहे इस प्रशिक्षण में सुबह लगभग 75 और शाम के समय लगभग 65 बालक बालिकाएं शिविर में भाग ले रहे हैं। इस शिविर में बालकों के लिए 5 से 18 वर्ष एवं बालिकाओं के लिए आयु का कोई बंधन नहीं है। जिला खेल अधिकारी श्री कृष्ण कुमार चौरसिया से प्राप्त जानकारी अनुसार मंगलवार को प्रशिक्षणार्थियों का हौसला बढ़ाने शिविर में खेल विभाग कराटे सेंटर के पुराने कराटे खिलाड़ी वर्ष (2015-2016-2017 प्रशिक्षणार्थी) एवं वर्तमान में पुलिस विभाग रेडियो वायरलैस बालाघाट में सब इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ वसुंधरा शुक्ला एवं सब इंस्पेक्टर वैशाली कुथे उपस्थित हुए। उन्होंने खिलाड़ियों को साइबर क्राइम ,महिला अपराध, आत्म रक्षा शिविर, बेड टच, गुड टच एवं डायल 100 आदि के बारे में जानकारियां प्रदान की। साथ ही किसी भी अप्रिय घटना या अप्रिय व्यवहार आभास होने पर अपने अभिभावकों को जरूर बताने की हिदायत भी दी। दोनों ही एसआई ने खिलाड़ियों से परिचय लिया एवं खिलाड़ियों से मैदान और आत्म सुरक्षात्मक खेलों से जुड़े रहने के लिए कहा। उन्होंने प्रशिक्षक सजिन्द्र कृष्णन के कार्यों, प्रशिक्षण की सराहना की एवं धन्यवाद दिया। प्रशिक्षक श्री सजिन्द्र कृष्णन द्वारा बताया गया कि खिलाड़ियों को कराते आत्मरक्षा के साथ प्रशिक्षण के अंत में प्रतिदिन जुंबा डांस कराया जाता है जिससे खिलाड़ियों में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है । संपूर्ण जिले में अलग खेल के खेल शिविर लगाया जा रहा है