प्रभात पट्टन:-- बरसते पानी में जिला पंचायत सदस्य पहुंची कल पखन
बरसते पानी में कालापखान गांव पहुंची जिला पंचायत सदस्य ऊर्मिला गव्हाड़े, सुनी ग्रामीणों की समस्याएं
खराब रास्तों और पानी की किल्लत से जूझ रहे कालापखान के ग्रामीण
प्रकृति की चुनौतियों से घिरे कालापखान के ग्रामीणों की मदद को आगे आईं जिला पंचायत सदस्य
कालापखान में बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे ग्रामीण, जिला पंचायत सदस्य ने किया निरीक्षण
बैतूल। प्रभात पटृन विकासखंड के आदिवासी बाहुल्य कालापखान गांव में बरसते पानी के बीच जिला पंचायत सदस्य ऊर्मिला गव्हाड़े ने पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याओं का निरीक्षण किया। गांव के खराब रास्ते, जल संकट और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी ने ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, जिनका समाधान निकालने के लिए ऊर्मिला गव्हाड़े ने त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
ऊर्मिला गव्हाड़े ने ग्रामीणों की समस्याओं को नजदीक से समझा। कालापखान घने जंगल के बीच स्थित है, वहां तक पहुंचने का रास्ता अत्यंत खराब है। पूरे रास्ते में कीचड़ और बड़े-बड़े पत्थरों से गुजरना पड़ता है, जिससे पैदल चलना भी कठिन हो जाता है। गांव राजापुर पंचायत से लगभग तीन किलोमीटर दूर स्थित है, और रास्ते में चार-पांच नाले भी पड़ते हैं, जो इस गांव तक पहुंचने को और भी चुनौतीपूर्ण बना देते हैं।
बारिश के दौरान गांव में नहीं पहुंच पाती एंबुलेंस
ग्रामीणों का मुख्य व्यवसाय मजदूरी है, और उन्हें रोजाना इस कठिन रास्ते को पार कर काम पर जाना पड़ता है। ऊर्मिला गव्हाड़े ने बताया कि बारिश के दौरान गांव में एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाती, जिससे गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से बड़ी परेशानी होती है। इसके अलावा, ग्रामीणों ने पानी की किल्लत के बारे में बताया कि उन्हें पीने के पानी के लिए काफी दूर जाना पड़ता है। सोसायटी का राशन भी राजापुर से लाना पड़ता है, जो ग्रामीणों के लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है।
गांव में लगभग 80 मकान हैं। इस दौरे के दौरान ऊर्मिला गव्हाड़े के साथ समाजसेवी रमेश गव्हाड़े, उत्तम गव्हाड़े, दिलीप चढ़ोकार, श्रीराम भलावी और बुधराव गव्हाड़े भी उपस्थित थे। ग्रामीणों में अजय इरपाचे, सुमन कुमरे, सालक इरपाचे और सुनील इरपाचे भी इस अवसर पर मौजूद थे। ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए ऊर्मिला गव्हाड़े ने कहा कि वे जल्द ही इन समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित विभाग से संपर्क करेंगें।